दिल्ली के एक और फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़, छह लोग को किया गिरफ्तार

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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने माइक्रोसाफ्ट तकनीकी की मदद से विदेशियों को ठगने वाले फर्जी काल सेंटर का पर्दाफाश कर काल सेंटर के मालिक समेत काल करने वाले छह लोगों को गिरफ्तार किया है। जी हाँ, भारत में बैठकर 500 से अधिक अमेरिकी नागरिकों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। वह सभी सदस्य लैपटॉप व डेस्कटॉप पर पॉप अप सॉफ्टवेयर को भेजकर सिस्टम को हैक करने के बाद उसे ठीक कराने के नाम पर ठगी करते थे। इनके कब्जे से सात लाख रुपये नकद और सात लैपटॉप बरामद किए गए हैं।

अधिकारी ने बताया कि अपराध शाखा की चाणक्यपुरी स्थित आईएससी की टीम को किसी ने सूचना दी, पश्चिमी विहार एरिया में एक कॉल सेंटर चल रहा है। ये गिरोह बड़े स्तर पर अमेरिकी लोगों के साथ ठगी कर रहा है। अपराध शाखा की टीम ने पश्चिमी विहार में चल रहे कॉल सेंटर में छापा मारा। वहां लोग अमेरिकी नागरिकों को ठगने में लगे हुए थे।

पुलिस ने कॉल सेंटर से कॉल सेंटर संचालक अभिषेक छावड़ा, राहुल गुप्ता, पुष्कर राज, आदित्य धनकार, अर्पित चौधरी और आशीष कुमार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पुलिस को पता लगा कि अभिषेक छाबड़ा ने अपने साथी मिक्की के साथ ये फर्जी कॉल सेंटर काफी वक्त से खोला हुआ था, जबकि गिरफ्तार बाकि आरोपी सेंटर में टेलीकॉलर के रूप में कार्य कर रहे थे। इनको कमीशन पर रखा हुआ था। पूछताछ के दौरान पता लगा की यह कॉल सेंटर कई महीनों से चल रहा था और ये 500 से ज्यादा अमेरिकी नागरिकों को ठगी कर चुके हैं।

आरोपी अमेरिकन लोगों को पॉप अप सॉफ्टवयर भेजने के बाद लैपटॉप व डेस्कटॉपर की स्क्रीन पर हैक व एरर आने का मैसेज दिखता था। ये पीड़ित को एक टॉल फ्री नंबर देते थे और साथ ही कॉल कर लोगों को माइक्रोसॉफ्ट के इंजीनियर बनकर उनकी परेशानी को ठीक करने का झांसा देते थे। ये पीड़ित से अलग कंपनियों का गिफ्ट वाउचर खरीदवाते थे। इसके बाद ये पीड़ित से वाउचर का नंबर जानकर वाउचर को कैश करा लेते थे।

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